बंध का शाब्दिक अर्थ है- 'गांठ', बंधन या ताला। इसके अभ्यास से प्राणों को शरीर के किसी एक भाग पर बांधा जाता है। इसके अभ्यास से योगी प्राणों को नियंत्रित कर सफलता पूर्वक जरा अर्थात रोग और मृत्यु को अपने काबू में कर लेता है। बंध, प्राणायाम और मुद्रा ...
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